दिनांक 16 फ़रवरी, 2019
मेरे अज़ीज़ हम वतनों आप सभी को मेरा मुअद्दिबाना सलाम,
आज हम एक बहुत बुरी घड़ी से गुज़र
रहे हैं, जी
हां मैं पुलवामा मे हुए हमले की बात कर रहा हूँ। यह हमला केवल हमारे जवानों के क़त्ल
करने के लिये नहीं है बल्कि यह हमला हमारी गंगा-जमनी तहज़ीब को क़त्ल करने के लिये
है। यह हमला हमारे भाईचारे को ख़त्म करने के लिये है। यह हमला हमारे मुल्क के लिये
एक बहुत बड़ी साजि़श है। इस नाज़ुक घड़ी में हमें बहुत गंभीरता से और सावधानी से रहने
की आवश्यकता है। इस हमले का असर हमारे आपसी संबंधों और अन्दरूनी मुल्क पर नहीं पड़ना
चाहिए वर्ना दुश्मन ख़ुश हो जायेंगे कि एक तीर से दो शिकार कर लिये हैं।
हमें इस समय आपसी भेदभाव भुला
कर देश को मजबूत करने में सहयोग देने की आवश्यकता है। सियासी
जमातों और सियासत दानों को भी आपसी भेदभाव भुलाकर न कि इस मुद्दे को भुनाकर देश हित में
काम करना चाहिए ताकि भारत की इन्द्रधनुषी छटा बनी रहे।
जय हिन्द, जय भारत
आपकी दुआओं का तालिब
आपका भाई
मौहम्मद वसीम (वसीम देहलवी)
e-Mail : mwsd75@gmail.com
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